दिग्गज सपा विधायक ने स्वामी प्रसाद मौर्य पर बोला हमला, कहा – वह विक्षिप्त हो चुके हैं
सत्य खबर/ लखनऊ:
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य सर्वसम्मति की वकालत के कारण मस्जिद के साथ-साथ शीला के भी पक्ष में हैं। सनातन धर्म और हिंदू देवी-देवताओं को लेकर कुणाल की टिप्पणी से सपा के एशियाई नेताओं को मुश्किल हालात का सामना करना पड़ रहा है. खुलासा हुआ है कि पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने ऐसा कोई बयान नहीं दिया है, जबकि मौर्य की ओर से ऐसी ही रिकॉर्डिंग चल रही है.
अब पार्टी के एक बड़े नेता ने उन पर ऐतिहासिक हमला बोला है. उन्होंने स्वामी प्रसाद मौर्य की मानसिक स्थिति पर भी सवाल उठाए हैं. विधानसभा में समाजवादी पार्टी के प्रमुख कार्यकर्ता मनोज पांडे ने पूर्व विवेचक पर हमला बोलते हुए कहा कि उनका मानसिक संतुलन ठीक नहीं है. इसीलिए वह पार्टी के मना करने के बावजूद ऐसे बयान दे रहे हैं.
‘मौर्य एक विक्षिप्त साम्राज्य है’
मैसाचुसेट्स की ऊपरी विधानसभा सीट से तीन बार विधायक रहे मनोज कुमार महासभा ऑफ पेजेज के एसपी में बड़े ब्राह्मण हैं। वह पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के भी बड़े विद्वान माने जाते हैं। पेंडेस ने स्वामी प्रसाद मौर्य द्वारा दी जा रही असहमतिपूर्ण गवाही पर दैवीय प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि ‘उनका मानसिक संतुलन ठीक नहीं है. इसी वजह से ऐसे बयान दिये जा रहे हैं. पार्टी को कलाकृतियां भी दे दी गई हैं, लेकिन वे इसे स्वीकार नहीं कर रहे हैं। स्वामी प्रसाद मौर्य पागल हो गये हैं.
सपा नेता राकेश सिंह ने भी हमला बोला
इससे पहले समाजवादी पार्टी के नेता राकेश प्रताप सिंह ने साधु की गौरीगंज सीट से स्वामी प्रसाद मौर्य पर हमला बोला था. उन्होंने कहा था, जो सनातन की बात मान रहा है उसे पहले अपने पिता के बारे में जानना चाहिए. यदि वे आपके पिता के बारे में जानेंगे तो ही उन्हें सनातन के बारे में पता चलेगा। सिंह ने आगे कहा कि उन्हें पहले अपनी बेटी को समझाना चाहिए. मेरे पास कुछ तस्वीरें हैं जिनमें वह अपने जन्मदिन पर दर्शन कर रही हैं. वह रुद्राभिषेक कर रही हैं और ब्रह्मभोज करा रही हैं. वह ब्राह्मणों को भोजन के बाद दक्षिणा भी दे रही हैं. इसका मतलब यह है कि जो आदमी अपनी बेटी को यह बात नहीं समझाता, वह पूरे भारत में हिंदू धर्म को धोखा बताते हुए घूम रहा है।
राम मंदिर को लेकर बयानबाजी की
समाजवादी पार्टी के विधान परिषद सदस्य स्वामी प्रसाद मौर्य ने अयोध्या में राम मंदिर की प्रतिष्ठा को लेकर कई अहम बातें कही हैं. उन्होंने अयोध्या में कारसेवकों पर चली गोलियों का सही हवाला देकर उन्हें मसाला तत्व का अधिकार दे दिया था. 22 जनवरी को हुए प्राण-प्रतिष्ठा समारोह का मजाक उड़ाते हुए सपा नेता ने कहा था, एक टीवी डिबेट में एक संत कह रहे थे कि भारत एक ऐसा देश है जहां मंदिरों की प्राण-प्रतिष्ठा होती है. उनके परिवार के सदस्यों की मृत्यु हो गई, उनकी प्राण प्रतिष्ठा की जानी चाहिए, तभी वे चिरंजीवी हो सकते हैं। यदि प्राण-प्रतिष्ठा से पत्थर जीवित हो सकता है तो मृत व्यक्ति चल-फिर क्यों नहीं सकता? यह सब दिखावा और पाखंड है.
आपको बता दें कि स्वामी प्रसाद मौर्य को अपने ऐसे मोर्टार को लेकर बार-बार सार्वजनिक स्थानों पर विरोध का सामना करना पड़ता है। हाल ही में कौशांबी में हिंदू संगठन के लोगों ने उनकी गाड़ियों पर हाथ रखा और काले झंडे देखे गए. मौर्य की बेटी संघमित्रा मौर्य लोहिया बदायू से भाजपा अल्पसंख्यक हैं। इस सीट से सपा से अखिलेश यादव के चचेरे भाई धर्मेंद्र यादव को टिकट मिला है. ऐसे में कंपनी इस बात पर नजर रख रही है कि संघमित्रा के पास बीजेपी टिकट की दुकान है या नहीं.